आप यूँ ही हँसों और हँसाते रहो !!
>> शनिवार, 11 अगस्त 2012 –
गज़ल
आप हँसते हैं तो, फूल खिल जाते हैं !
आप यूँ ही हँसों और हँसाते रहो !!
आपकी ये हँसी है, मेरी जिन्दगी !
यूँ ही हँस कर, मेरी उम्र को बढ़ाते रहो !!
आपसे प्यारा है ना, इस जग में कोई !
आप यूँ ही प्यार, मुझ पर लुटाते रहो !!
आपकी बातें लगती है, सबसे अलग !
आप यूँ ही, मेरे दिल को बहलाते रहो !!
आप लगते हो दुनियाँ में सबसे हसीं !
मेरी तारीफ़, आप यूँ ही सुनाते रहो !!
आप का ये बदन है फूलों का गुलिस्ताँ !
खुद भी महकों और सबको महकाया करो !!
प्रमोद मौर्या "प्रेम"
ha ha ha!!!!!!!!!! fir se vahi kahani!
ek tha prem aur ek thi rani!!!!!!!!!!!
ha ha ha!!!!!!!!!! fir se vahi kahani!
ek tha prem aur ek thi rani!!!!!!!!!!!
बहुत खूब